Considerations To Know About Shiv Chalisa
Considerations To Know About Shiv Chalisa
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लै त्रिशूल शत्रुन को मारो । संकट से मोहि आन उबारो ॥
अस्तुति चालीसा शिवहि, पूर्ण कीन कल्याण ॥
त्रिगुण रूपनिरखता त्रिभुवन जन मोहे ॥ ॐ जय शिव…॥
तदा एव काश्चन परीक्षाः समाप्ताः भवन्ति।
शबरी सँवारे रास्ता आएंगे राम जी - राम भजन
त्राहि त्राहि मैं नाथ पुकारो । यहि अवसर मोहि आन उबारो ॥
दुष्ट सकल नित मोहि सतावै । भ्रमत रहे मोहि चैन न आवै ॥
नित उठि भोग लगावत महिमा अति भारी ॥ ॐ जय शिव…॥
सोमवार के दिन आप सब से जल्दी उठ जाए और उसके बाद स्नान करें फिर पूजा घर में शिव जी माता पार्वती और नंदी को स्थापित करें तथा उन पर गंगा जल चढ़ाएं उसके उपरांत भगवान शिव की प्रतिमा पर तिलक लगाएं और पूजा आरंभ करें ध्यान रखें जी आप सबसे पहले गणेश भगवान की आरती करें और उसके बाद ही आप शिवजी की चालीसा करें शिवजी पर बेलपत्र अवश्य चढ़ाएं.
किया उपद्रव तारक भारी । देवन सब मिलि तुमहिं जुहारी ॥
लिङ्गाष्टकम्
राम दूत अतुलित बल धामा। अंजनि-पुत्र पवनसुत नामा।।
मातु पिता भ्राता सब कोई। संकट में shiv chalisa lyrics in hindi पूछत नहिं कोई॥
अर्थ- हे भोलेनाथ आपको नमन है। जिसका ब्रह्मा आदि देवता भी भेद न जान सके, हे शिव आपकी जय हो। जो भी इस पाठ को मन लगाकर करेगा, शिव शम्भु उनकी रक्षा करेंगें, आपकी कृपा उन पर बरसेगी।